इस सवाल के जवाब में पीसी झा कहते हैं, "बेशक चंपई सोरेन अपनी दावेदारी पेश कर सकते थे. ମୁଁ ସଵୁଵେଳେ ଏହାର ସୁଯୋଗ୍ୟ ଅଧୀକାରୀ ରହିଵାକୁ ଚେଷ୍ଟା କରିବି । हांव म्हज्या आवय-बापायक, शिक्षकांक आनी सगळ्या वडीलांक मान दितलों/लीं आनी सगळ्यांक शिष्ट वागप. राहुल द्रविड़ की चुप्पी में ही छुपे होते हैं कई https://www.samridhbharat.in/